मीर तकी मीर की बेहतरीन शायरी 4 लाइन हिंदी में || क्या कहिए वफ़ा एक भी वादा ना किया। ये सच है कि तुम बहुत झूठे निकले। || Urdu Sad Poetry
मीर तकी मीर की रबाई
तुम तो ऐ मेहरबान अनूठे निकले।
जब आन के पास बैठे रूठे निकले।
क्या कहिए वफ़ा एक भी वादा ना किया।
ये सच है कि तुम बहुत झूठे निकले।
Zabrdat ❤️
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