मीर तकी मीर की बेहतरीन शायरी 4 लाइन हिंदी में || क्या कहिए वफ़ा एक भी वादा ना किया। ये सच है कि तुम बहुत झूठे निकले। || Urdu Sad Poetry


मीर तकी मीर की रबाई

तुम तो ऐ मेहरबान अनूठे निकले।


जब आन के पास बैठे रूठे निकले।


क्या कहिए वफ़ा एक भी वादा ना किया।


ये सच है कि तुम बहुत झूठे निकले।

मीर तकी मीर

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